साधक और साधना
*प्रतियोगिता*
विषय:- साधना
विधा:- कवित्त
शीर्षक:- साधक और साधना
मन की हो साध ना,
तन की हो साध ना,
ऐसी कोई साधना, साध के दिखाईये ।
सा-धन से साधना,
साधन से साधना,
साधन को साधने ,
मन को लगाईये ।
साधना तो साधना,
हो वे कोई साध ना, विनोदी यूँ साधना से,
मन को सजाईये।
मन से आराधना,
तन से आराधना,
गर आवें आराध्य ना,
तो हमको बताईये।
विनोदी महाराजपुर
Shashank मणि Yadava 'सनम'
20-Oct-2022 09:01 AM
👌🏼 👌🏼 👌🏼
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Supriya Pathak
20-Oct-2022 01:31 AM
Bahut khoob 💐👍
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Gunjan Kamal
19-Oct-2022 08:28 PM
बहुत ही सुन्दर
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